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Showing posts from May, 2022

ज्ञानवापी मामला : 30 साल पहले काशी के पत्रकार ने ली थी कुछ खास तस्वीरें, कोर्ट में साक्ष्य के रूप में देने को तैयार

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ज्ञानवापी मामला : 30 साल पहले काशी के पत्रकार ने ली थी कुछ खास तस्वीरें, कोर्ट में साक्ष्य के रूप में देने को तैयार  वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे (Gyanvapi Mosque Survey) काफी खींचतान के बाद शनिवार की सुबह 8 बजे से शुरू हुआ और चार घंटे तक चला। इस सर्वे के बाद पक्षकारों ने कल्पना से अधिक चीजें  मिलने की बात कही हैं। इसी बीच काशी के पत्रकार राम प्रसाद सिंह (Journalist Ram Prasad Singh) ने बड़ा खुलासा करते हुए ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) और शृंगार गौरी (Shringar Gauri) की तस्वीरें देश के सामने रखीं हैं और दावा किया है कि मस्जिद (Mosque) को मंदिर गिराकर उसके ही मलबे से बनाया गया है।   राम प्रसाद सिंह ने यह भी कहा कि यदि न्यायालय (Court) उनकी तस्वीरों को साक्ष्य के रूप में मांगेगा तो वो कोर्ट में देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि तहखाने की खुदाई कराई जाए तो कई शिवलिंग और देवी-देवताओं के विग्रह मिलने की संभावना है। 1991 में ली गयी थीं ये तस्वीरें   पत्रकार राम प्रसाद सिंह ने बताया कि 1991 में जब विध्वंस हुआ बाबरी मस्जिद का तो हम सब

अक्षय तृतीया के दिन जरूर करें ये खास काम, चमक जाएगी आपकी किस्मत

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अक्षय तृतीया के दिन जरूर करें ये खास काम, चमक जाएगी आपकी किस्मत अक्षय तृतीया 2022:  देश में इस साल अक्षय तृतीया 03 मई को मनाई जाएगी। हमारे हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। हर शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए इस तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। यही वजह है कि लोग अक्षय तृतीया के दिन विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार, धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ आदि करते हैं। वहीं सोना खरीदने के लिए ये तिथि सबसे शुभ मानी जाती है। दीपावली की ही तरह इस दिन भी मां लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी असीम कृपा बरसती है और जीवन धन-धान्य से भरा रहता है। इस दिन प्रात: काल स्नान करके मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में समृद्धि आती है। साथ ही अक्षय तृतीया पर कुछ उपाय भी बेहद शुभ फल देने वाले होते हैं।  धन-धान्य के लिए अक्षय तृतीया पर कौन से उपाय करने चाहिए। अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी को गुलाबी फूल अर्पित करें। इसके अलावा नई स्फटिक की माला अर्पित करें। नई माला न मिले तो पुरानी स्फटिक की माला को गंगाजल में धोकर अर्